Saturday, August 10, 2024

सुनो विनेश फोगाट

 सुनो विनेश फोगाट

 सुनो विनेश फोगाट
कुछ लोग तुम्हें मर्दानी कह कर शाबाशी दे रहे हैं

उनसे कह दो कि तुम इस शाबाशी से इंकार करती हो
उसूलों के लिए बेटा बनकर नहीं बेटी बनकर लड़ती हो
बेटियों को बेटा की शाबाशी मर्दवादी सोच है
सोना-चांदी की लड़ाई तो हर कोई लड़ सकता है
तुम अन्याय के खिलाफ उसूलों की लड़ाई लड़ती हो
सलाम तुम्हारे जज्बे को
न तुम्हारी जीत नई है न उनकी हार नई है
लड़ती रहो, नई ऊंचाइयां गढ़ती-चढ़ती रहो
तुम्हारे जज्बे को सलाम करता हूं

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