आज 'भगत सिंह अंबेडकर स्टूटेंट्स ऑर्गनाइजेसन (बासो)' के संस्थापक सदस्य, उदीयमान, जनवादी इतिहासकार, डॉ. उमर खालिद का जन्मदिन है। उमर संविधान के प्रति अपनी अडिग निष्ठा तथा सांप्रदायिकता विरोधी प्रतिबद्धताओं तथा संविधान की धर्मनिरपेक्ष भावना की धज्जियां उड़ाने वाले सांप्रदायिक नागरिकता कानूनों (सीएए) के विरोध के चलते पिछले लगभग 4 सालों से फर्जी आरोपों में जेल में है। उम्मीद है उमर भगत सिंह और एंतोनियों ग्राम्सी की क्रांतिकारी विरासत को आगे बढ़ाते हुए जेल में
क्रांतिकारी बौद्धिकता को आगे बढ़ा रहा होगा। कॉ. उमर को जन्मदिन की बधाई और क्रांतिकारी बौद्धिकता की नई ऊंचाइयां गढ़ने-चढ़ने की शुभकामनाएं। इंकिलाब जिंदाबाद।
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