Ramesh Jha यह तोसत्य ही है कि अति प्राचीनकाल में न मेरा-तेरा की अवधारणा थी न निजी संपत्ति। निजी संपत्ति से असमानता आई और तेरा-मेरा का झगड़ा तथा राज्य की जरूरत। बौद्ध ग्रंथों में राज्य की उत्पत्ति का सामाजिक अनुबंध सिद्धांत है, पुराणों में दैविक। दैविक वाला हिस्सा किंवदंति है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment