Pankaj Srivastava दार्शनिक तथा वैज्ञानिक ब्रूनो ने कॉपनिकस के सूर्य-केंद्रित ब्रह्मांड के सिद्धांत को आगे बढ़ते हुए ब्रह्मांडों की बहुलता की बात की थी। स्थापित धार्मिक नैतिकता की जगह आधुनिक शब्दावली में मानवाधिकारीय नैतिकता की बात की थी। 1593 से 1600 तक उस पर रोमन कैथलिक चर्च में मुकदमा चला और जिंदा जलाने की सजा दी गयी। रोम के चौराहे पर जब उसे जिंदा जलाया जा रहा था तो धर्मोंमादी भीड़ मजे लेकर तमाशा देख रही थी, वैसे ही जैसे आज मॉब लिंचिंग के तमाशबीन।
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