अडानी-अंबानी का विरोध जाहिर है भारत विरोध है। कृपापात्रता (क्रोनी) पूंजीवाद में कृपापात्र कृपाकर्ता का चाकर नहीं होता, बल्कि समीकरण उल्टा होता है। वालस्ट्रीट व्हाइटहाउस की कृपा पर नहीं चलता बल्कि व्हाइट हाउस वालमार्ट की कृृपा से चलता है। अडानी यानि भारत के विरोधी सोरोस को अमेरिकी सरकार द्वारा देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से नवाजना अमेरिका का भारतविरोधी कदम है, लेकिन अमेरिका मालदीव तो है नहीं कि मोदी सरकार उसका कान खींच सके।
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