Wednesday, September 28, 2022

शिक्षा और ज्ञान 381 (शिक्षा)

 मोदी जी को चोर मत कहिए, उनके अपढ़ होने का फायदा उठाकर अंबानी अडानी उन्हें उल्लू बनाकर देश लूट रहे हैं, मोदी जी राष्ट्र के प्रधानमंत्री हैं, 2002 गुजरात युद्ध के सेनापति रहे हैं जिसमें दुश्मनों की लाशें बिछा दी और उनकी औरतों की इज्जत खाक में मिला दी। मोदी जी तो अपने उपसेनापति जावेडकर के सहारे देश को विश्व गुरु बनाना चाहते हैं, उनके अपढ़ होने का फायदा उठाकर जावेडकर सार्वजनिक विश्वविद्यालयों का सत्यानाश करने पर तुला है। वैसे भी मैकाले से मिलकर नेहरू ने शिक्षा की गौरवशाली गुरुकुल परंपरा को नष्टकर विदेशी शिक्षा पद्धति लागू कर ब्रह्मा और गरिमामय वैदिक परंपरा का अपमान किया, जिसने ब्रह्मा के सीने से नीचे के नीच अंगों से पैदा हुए अपात्रों को भी शिक्षा का अधिकार मिल गया। मोदीजी तो दलित-ओबीसी के हित के हिमायती हैं, लेकिन देश को विश्वगुरू बनाने के लिए सुपात्रों के ही शिक्षित होने की जरूरत है, खेती और हलवाही-चरवाही के पात्र वेद पढ़ेंगे तो अनर्थ हो जाएगा। अब नेहरू की देश के विदेशीकरण की साजिश को सीधे तो खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन विश्वविद्यालयों को अनुदान बंदकर उन्हें धनपशुओं को सौंपकर, शिक्षा को मंहगी बनाकर इसे अपात्रों की पहुंच से बाहर करके क्षति की आंशिक भरपाई कर कुछ सुधार किया जा सकता है। अब दलित-आदिवासी अपने दुर्भाग्य तथा ब्रह्मा के प्रकोप तथा पिछले जन्मों के कर्मों से निधन भी हैं तो मोदी जी क्आया कर सकते हैं? वैसे दलितों का दुर्दिभाग्य विश्वगुरु के मकसद तथा राष्ट्र का सौभाग्य है। अब पैसे वाले सुपात्र ही उच्च शिक्षा ले पाएंगे। कुछ देश द्रोही अर्बन नक्सल इसे ब्राह्मणवादी साजिश बताएंगे, उन्हें महाराष्ट्र पुलिस ठीक कर देगी। हमारे ब्राह्मण ऋषि-मुनियों ने ही तो गौरव का निर्माण किया था जिसे मुसलमान आक्रांताों ने हमारे शूरवीरों की सहिष्णुता का नाजायज फायदा उठाकर नष्ट कर दिया। मोदी जी को चोर मत कहिए चोर तो अबानी है, जिसने हमारे सीधे-सादे प्रधानमंत्री को अपने जाल में फंसा लिया। वैसे भी प्रधानमंत्री को चोर कहना राष्ट्रीय गोपनीयता का उल्लंघन है।

28.09.2018

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