सही कह रहे हैं बौद्ध आंदोलन (धम्मा) सुचितापूर्ण जीवन पद्धति का दर्शन है। मेरे ख्याल से महज अमूर्तता या आध्यात्मिकता पर नहीं, भौतिकतता पर विमर्श भी दर्शन हो सकता है। बौद्ध द्वंद्वात्मकता उसी तरह दर्शन है जैसे द्वंद्वात्मक भौतिकवाद। बौद्ध आंदोलन निश्चित रूप से एक क्रांतिकारी नवजागरण था।
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