Wednesday, June 20, 2018

नफरत की आग

आग नहीं बख्शती लगाने वालों को भी
आग फिर आग है
चाहे शोलों से निकले या नफरत से
बुझते-बुझते विषाक्त कर चुकी होती है वातावरण
तथा जमीन बंजर
हिरोशिमा और नागाशाकी में गिरे
फैटमैन और लिटिल ब्वॉय की तरह
छोड़ जाती है
भविष्य की पीढ़ियों के लिए अतिरिक्त काम
जमीन को फिर से उर्वर बनाने का
प्यार से नफरत की आग बुझाने का
(बहुत दिनों बाद कलम आवारा हुआ)
(ईमि, 21.06.2018)

No comments:

Post a Comment