गजब, मुझे तो आपने सालों पहले देखी (नदिया के पार) फिल्म की कहानी और पात्रों के नाम याद दिला दिेया। मैंने तो फिल्म बड़े भाई की शादी के बाद देखी, वैसे भी भइया की शादी में इतना बड़ा (10 साल से थोड़ा कम) था कि चंदन-गुंजा समीकरण नहीं समझ सकता था और जब थोड़ा-थोड़ा समझ आने लगा तो मेरी शादी हो गयी और उनकी एक शादी-शुदा बड़ी बहन थीं, जिन्हें मैं पहले से जानता था।
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