Wednesday, May 24, 2023

मार्क्सवाद 287 (पुलिस)

 मार्क्स ने 170 पहले लिखा था कि राज्य पूंजीपतियों के सामान्य हितों के प्रबंधन की कमेटी है नवउदारवाद में राज्य निजी पूंजीपतियों की रखैल नौकरानी बन गई है तथा मुल्क को लूटने और प्रदूषित करने का विरोध करने वालों की हत्या करवाती है तथा जेलों में बंद करती है चाहे मामला कुख्यात विदेशी कंपनी वेदांता द्वारा प्रदूषण के विरोधियों का हो या कलिंगनगर में टाटा द्वारा आदिवासियों की जमीन हड़पने के विरोधियों का। ये सरकारें किसी खास पूंजीपति की रखैल न होकर सबकी रखैल हैं। इसीलिए सरकारें जनता की खून-पसीने की कमाई से वर्दीधारी भाड़े के हत्यारों का गिरोह पालती है। 2 जनवरी 2006 को कलिंगनगर में शांतिपूर्ण विसेथापन विरोधी प्रदर्शन में जलियांवाला बाग की तर्ज पर 16 प्रदर्शनकारियों की हत्या कर दी तथा दर्जनों को जेल में डाल दिया था और आंदोलन के सभी नेताओं पर दर्जनों मुकदमों में फंसा दिया था। तमिलनाडु की हत्याओं का सिलसिला ताजा है। तमिलनाडु सरकार भाड़े के हत्यारों से 12 हत्याएं करवा चुकी है कई की अस्पतालों और जेलों में हालत गंभीर बनी हुई है। जिनको भी पकड़ा सबके हाथ-पांव तोड़ दिया। वर्दी पहना कर इन हत्यारों को अमानवीय क्रूरता का प्रशिक्षण दिया जाता है चाहे वह पुलिस हो चाहे सेना। वर्दी इन्हें भाड़े के अपराधियों के खूंखार गिरोह में तब्दील कर देती है। गिरोह में तब्दील कर देती है। वेदांता की रखैल तमिलनाडु की सरकार इसमें नक्सल ऐंगल खोज रही है। कब जनता जागेगी और धनपशुओं की रखैल पार्टियों और नेताओं को खाक में मिलाएगी। जागेगी जरूर। शाहिर ने कहा है जुल्म बढ़ता है तो मिट जाता है।

24.05.2018

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