फेसबुक पर एक नास्तिकता का ग्रुप है, उसके कुछ अग्रणी लोगों ने एकबार (अक्टूबर, 2019) आभासी दुनिया से निकलकर वास्तविक दुनिया में 'गुफ्तगू' नाम से एक कार्यक्रम आयोजित किया था। उसमें मैंने कहा था कि हमारा काम नास्तिकता का नहीं वैज्ञानिक चेतना का प्रसार करना है। वैसे भी हमारा हमारा प्रमुख सरोकार जनपक्षीयता है और नास्तिकता जनपक्षीयता की गारंटी नहीं है।
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