ठंढ से मौत
ईश मिश्र
ठंढ से नहीं मरते साइबेरिया में जानवर और इन्सान
सुनते हैं हो जाता है वहाँ शून्य से नीचे तिहत्तर तापमान
अखबार में पढते हैं उत्तर प्रदेश का है ठंढ से मौतों का कीर्तिमान
बेघरी और भूख से भला मरता है कोई?
पूछतेहुक्मरान.
पूछतेहुक्मरान.
एक सरसंघचालक थे गुरूजी गोलवलकर
लिखा एक किताब में काफी सोच-विचार कर
प्राचीनकाल में उत्तरी ध्रुव था वहाँ
उड़ीसा और बिहार आज हैं जहां
मरते हैं लोग शायद प्राचीन काल के तापमान से
कौन बच सकता है विधि के विधान से?
बिहार में गर्मी से मर जाते हैं लोग
खोज लेंगे कोई गुरूजी कुछ ऐसा संयोग
बहुत पहले विश्वत-रेखा थी वहाँ
बहती है गंगा आज जहां
[मंगलवार, 17 जनवरी 2012/७:४२ पूर्वाह्न]
Brilliant.Great
ReplyDeleteशुक्रिया, अग्रज!
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