दुनिया बदलेगी ही
बदलने वाला चाहिए
लोग सुनेंगे ही
सुनाने वाला चाहिए
आइए मिलकर देखें
गोरख पांडेय की आँखों में
तकलीफ का उमडता हुआ समंदर
और उनके सुर में सुर मिलाकर
गुहार करें
"इस दुनिया को जितनी जल्दी हो बदल डालो"
दुनिया बदलेगी ही
आइए इंक़िलाबी नारों को इतना बुलंद करें
कि दब जाए लूट-पाट का शोर
जन चेतना की गर्जन से
रफू-चक्कर हो जाएँगे
बुश-ब्लेयर सरीखे सारे जंगखोर
तब आएगी एक नई भोर
[ईमि/05.052011]
बदलने वाला चाहिए
लोग सुनेंगे ही
सुनाने वाला चाहिए
आइए मिलकर देखें
गोरख पांडेय की आँखों में
तकलीफ का उमडता हुआ समंदर
और उनके सुर में सुर मिलाकर
गुहार करें
"इस दुनिया को जितनी जल्दी हो बदल डालो"
दुनिया बदलेगी ही
आइए इंक़िलाबी नारों को इतना बुलंद करें
कि दब जाए लूट-पाट का शोर
जन चेतना की गर्जन से
रफू-चक्कर हो जाएँगे
बुश-ब्लेयर सरीखे सारे जंगखोर
तब आएगी एक नई भोर
[ईमि/05.052011]
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