एक ने लिखा कि वे यह नहीं वह बनेंगें क्यों कि 'उन्होंने' कहा है कि यह नहीं वह बनना ज्यादा महत्वपूर्ण है। उस पर --
किसी के कुछ कहने से, कुछ करना वांछनीय नहीं है, अच्छा बनिए बाकी उपपरिणाम की तरह खुद होजाएगा। अच्छा तो निरंतर अच्छा करने से बना जा सकता है। और अच्छा अपने आप में तो कुछ होता नहीं, यह तो विशेषण (predicae) है --अच्छा क्या? अच्छा विद्यार्थी; अच्छा शिक्षक; अच्छा बाप या अच्छी मां .........? अच्छा करने का कोई गणित का फार्मूला नहीं होता, खास परिस्थिति में विवेक के इस्तेमाल से तय करना प़ता है कि क्या अच्छा है? जैसे मान लीजिए आप शिक्षक हैं तो सोचिए अच्छा शिक्षक कैसे बना जा सकता है? इस सवाल के जवाब खोजने की शुरुआत आप अपने छात्र जीवन की यादों की समीक्षा से कर सकते हैं। उसकी जगह खुद को रखकर सोचने से आप किसी के भी बारे में न्यायसंगत निर्णय ले सकते हैं। आप अपने शिक्षकों के बारे में सोचिए और सोचिए कि कौन और क्यों अच्छा लगता था या एक अच्छे शिक्षक से आप क्या तथा कैसी अपेक्षाएं रखते थे?ज्ञान की कुंजी सवालों की श्रृंखला है।
Sunday, September 8, 2024
शिक्षा और ज्ञान 357 (अच्छा)
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