डॉ. उमर खालिद को जमानत नहीं मिली क्योंकि उसने इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए थे। 14 साल की कैद के दौरान दर्जनों बार महीनों के पेरोल पर रहते हुए गवाहों को डराने धमकाने और स्त्रियों के साथ दुराचार के 'अच्छे आचरण' के चलते गुजरात नरसंहार के दौरान सामूहिक बलात्कार और हत्या के दोषियों को आजीवन कारावास से क्षमादान मिल गया और विश्व हिंदू परिषद (भाजपा) के नेताओं द्वारा लड्डू खिलाकर तथा माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया। हत्या के दोषी राम रहीम को पोरोल मिल जाती है, अभी पेरोल पर छूटे रामरहीम सार्वजनिक सत्संग आयोजित कर रहा है और भाजपा नेता चुनावी सफलता के लिए उसका आशिर्वाद ले रहे हैं।भाजपा बिल्कुल अलग चाल-चलन की पार्टी है, सांप्रदायिक रक्तपात और हिंसा बलात्कार के कर्णधारों को सम्मानित किया जाता है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment