पाइथागोरस की जीवनी और दर्शन जुड़े हुए हैं कपिल मुनि के सांख्यशास्त्र और पाइथागोरस के संख्याशास्त्र में कोई संबंध नहीं है। कपिल मुनि का सांख्यशास्त्र श्रृष्टि का उद्भव विकासवादी प्रक्रिया में स्थापित करता है। वे एक अनीश्वरवादी तथा भौतिकवादी थे। पाइथागोरस ईश्वरवादी था तथा अंधविश्वासों में विश्वास रखता था। कपिल मुनि को पहला विकासवादी माना जाता है, उनके जन्म के स्थान तथा समय के बारे में कई कहानियां हैं, उनका संभावित समय 700 ईशापूर्व यानि पाइथागोरस से लगभग डेढ़ सौ वर्ष पहले का माना जाता है।
14.08.2020
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