Thursday, August 7, 2025

बेतरतीब 175 (जेएनयू)

 Vishnu Nagar जी के जोरदार व्यंग्य, 'चाकू' पर कमेंटः


1983 में हमलगों ने जेएनयू में एक नाटक तैयार किया था, 'आतंकवादी' , इसमें पकड़े गए 'आतंकवादी' के पास एक माचिस बरामद हुई थी, लेकिन उसके थैले में सिगरेट-बीड़ी कुछ नहीं मिला तो सारी पूछताछ माचिस पर ही केंद्रित थी, पूछताछ अधिकारी ने साबित कर दिया कि माचिस से वह संसद भवन जलाने जा रहा था और उसे जेल में डाल दिया गया।

No comments:

Post a Comment