प्लेटो अादर्शवादी था तथा दृष्य जगत को अदृष्य विचार-जगत की परछाई मानता था. विचार सत्य जगत छाया. वैयक्तिक प्रेम असली प्रेम नहीं है, वास्तविकता प्रेम का विचार है. विचार वस्तु क जनक हैं. यह एक ऐतिहासिक असत्य है. अाध्यात्मवादियों की ही तरह आदर्शवादी भी, गोलमटोल तर्कों के माध्यम से सत्य को किसी अदृष्य, अप्रमाणित दुनिया में स्थापित कर दुनियावी हकीकत की विद्रूपताओं को छिपाने का उपक्रम करते हैं. ऐतिहासिक रूप से वस्तु विचार की पूर्ववर्ती है तथा वस्तु विचार की जननी है. न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत से सेबों का गिरना नहीं शुरू हुआ,उनको गिरता देख न्यूटन के दिाग में कारण जानने का विचार है. द्वंद्वात्मक भौतिकवाद के अनुसार सत्य वस्तु तथा विचार की द्वंद्वात्मक एकीकरण है.
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