दशकों पहले
परीक्षा के बाद जब हम आखिरी बार मिले थे
हीरा हलवाई की दुकान पर
उसने कहा था चाय की चुस्कियों के साथ
कि अब हम शायद अगले जन्म में ही मिलें
लेकिन किसी का भी अगला जन्म तो होता ही नहीं
सही कह रही हो इस जन्म में कभी टकरा भी गए
तो शायद ही पहचान पाएं एक दूसरे को
इतनी लंबी अपरिचित मुद्दत के बाद
और अब तो 50 साल हो गए
कभी टकराए नहीं।
01,11,2022
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