भगत सिंह ने नास्तिक वाले लेख के अलावा और बहुत से लेख लिखे थे, हिंदुस्तान सोसलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी के घोषणा पत्र में सर्वहारा की तानाशाही की बात की है। भगत सिंह के कई संकलन छप चुके हैं कृपया पढ़ लें और गोएबेल्स किस्म की अफवाहें न फैलाएं कि 'मैं नास्तिक क्यों हूं' किसी वामपंथी ने भगत सिंह के नाम से लिख कर छपवा दिया। भगत सिंह एक क्रांतिकारी बुद्धिजीवी थे। 1926 में किरती किसान में छपा अछूत समस्या पर ही उनका लेख पढ़ लें।
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