प्रजापति योगी का मौसेरा भाई है. वह भाजपा ज्वाइन करना मिस कर गया. लेकिन मुझे ऐसे पढ़-लिखों पर तरस आता है जो फिरकापरस्ती की नफरत से इतने ओत-प्रोत होते हैं कि एक ऐसे व्यक्ति के समर्थक होते हैं जो कहता हो कब्र से निकालकर महिलाओं का बलात्कार करना चाहिए, जिसका दंगे और आगजनी का लंबा इतिहास है. इस मुल्क की इसी अमानवीय सोच के चलते नादिरशाह जैसा कोई भी चरवाहा पेशावर से बंगाल तक रौं डालता है, इसी गुलाम, विकृत मानसिकता के चलते मुट्ठी भर अंग्रेज 200 साल गुलाम बनाकर लूटते रहे. जिस संस्कृति में नरपिचाशों को देवत्व प्राप्त हो वह समाज गुलामी को अभिशप्त है. यह अमानवीय संवेदनाओं की संस्कृति है.
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