RADICAL
Monday, June 8, 2015
वह भी मर जाता है शनैः शनैंः
पाब्लो नरूद की 1 कालजयी कविता से प्रेरितः
वह भी मर जाता है शनैः शनैंः
खोजता है सुरक्षा जो डरकर जीने में
और समझौता परस्ती में सुख
ईयमआई से त्रस्त धनी नौकरों की तरह
(ईमिः09.06.2015)
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