अंबानी के गुर्गे आप का सर्वनाश कर देंगे. पूंजीवाद दोगली व्यवस्था है. यह जो कहता है कभी नहीं करता और जा करता है कभी नहीं कहता. अगर इसे जो कहता है वही करने पर मजबूर कर दिया जाय तो आवाम का आधा काम हो जाए. भ्रष्टाचार पूंजीवाद का नीतिगत दोष नहीं है बल्कि अधिकतम मुनाफे के सिद्धांत पर आधारित इस व्यवस्था की अंतर्निहित प्रवृत्ति है.
No comments:
Post a Comment