RADICAL
Wednesday, December 5, 2012
कहके भी न कहना
कहके भी न कहना
निगाहें चुराना नज़रों से बात करने की इक अदा है
नज़रों से कहके भी न कहना मेरे यार की सदा है
(ईश/६.१२.२०१२)
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