RADICAL
Thursday, December 27, 2012
लगा दो आग इस कमज़र्फ जमाने को अभी
लगा दो आग इस कमज़र्फ जमाने को अभी
रचो नया ज़माना गज़लगो हों जिसमे सभी
शब्दों में है रवानगी और ताकत इतनी अथाह
थरथराते हैं इनसे सारे के सारे कमीने तानाशाह
बने गर गज़ल जंग-ए-आज़ादी का लाल फरारा
जीत लेंगे हम मेहनतकश संसार सारा का सारा
ईमि[27.12.12]
2 comments:
ANULATA RAJ NAIR
January 28, 2013 at 7:25 PM
वाह....
बहुत खूब...
अनु
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Ish Mishra
May 19, 2025 at 5:38 PM
शुक्रिया
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वाह....
ReplyDeleteबहुत खूब...
अनु
शुक्रिया
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