RADICAL
Saturday, November 17, 2012
इंसानियत मरती नहीं
इंसानियत मरती नहीं, बिकती भी नहीं
न मिलती है दहेज मे , दलाली में भी नहीं
इज्ज़त की ही तरह कमाई जाती है
ईमानदारी की तरह बचाई जाती है.
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