Thursday, February 11, 2016

मार्क्सवाद 23

ये भारत कौन है? आमजन की खून पसीने की कमाई से सरकारी बैंकों पर साढ़ 14 लाख की डकैती डालने वाले अडानी-अंबानी समेत कॉरपोरेट या फर्जी मठभेड़, हत्या बलात्कार के आयजक इनके राजैतिक चाकर या इनकी लूट तथा लालच के चलते अमानवीय जीवन को अभिशप्त दलित, आदिवासी, किसान , मजदूर? राष्ट्रवाद पूंजी की सेवा में जनता के खिलाफ पूंजीवाद की विचारधारा है. जनतंत्र हर किसी को आत्मनिर्णय का अधिकार है, कश्मीरियों को भी. किसी आवाम को फौज के बल पर कुछ समय तक कब्जे में रखा जा सकता है, सदा के लिये नहीं.

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